मानस चालीसा
-: श्रीरामचरितमानस चालीसा :-
(श्रीराम जयराम जय जय राम)
*************************************
सकल जीव संरक्षक राम ।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१)
चराचर सृष्टि पूजित राम ।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२)
कालभुजगस्य जनक: राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम ।।(३)
हनुमतसेवित श्रीसीताराम।
श्रीराम जयराम जय जय राम ।।(४)
भवानीशंकर वंदित राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम ।।(५)
काकभुशुण्डि बालक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(६)
दिनेश वंश भूषण राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(७)
कौशल्या के नंदन राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(८)
भरत सेवक स्वामी राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम ।।(९)
दशरथ के प्राणों के प्राण।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१०)
ताड़कादि निपातक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(११)
विश्वामित्र मखरक्षक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१२)
अहिल्या के उद्धारक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१३)
वैदेही प्राणवल्लभ राम ।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१४)
जनक सुनैना स्नेही राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१५)
जामजग्निगर्वविभंजकराम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१६)
गुह निषाद के मित्र राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१७)
भरद्वाज आश्रम कृत विश्राम।।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१८)
बाल्मीकि परामर्शित राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(१९)
चित्रकूट-पंचवटी निवासी राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२०)
अत्रि आश्रम अतिथि राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२१)
दण्डककाननचारी राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२२)
पथिक रामानुज सीताराम
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२३)
लक्ष्मण पुरत: ससीतराम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२४)
सुतीक्ष्ण उरविभूषण राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२५)
अगस्त्यमुनि सुख वर्धक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२६)
कबंध खर-दूषण संहारक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२७)
जटायु को भेजे निज धाम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(२८)
शबरीदत्तफल अश्नन राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।। (२९)
बालि मुक्ति प्रदाता राम।
श्रीराम जय राम जय जय राम।।(३०)
सुग्रीवविभीषणपोषक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३१)
समुद्रसेतु सर्जक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३२)
अंगददूत प्रेषक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३३)
रावण दर्प विनाशक राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३४)
कुलगुरु वशिष्ठ राजा राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३५)
मर्यादा पुरुषोत्तम राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३६)
दास तुलसी के इष्टदेव राम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३७)
दीन दुखी के आशाराम।।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३८)
निर्बल के बल सीताराम।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(३९)
सकल जगत के प्राणापान।
श्रीराम जयराम जय जय राम।।(४०)
~ राजीव रंजन प्रभाकर
चैत्र शुक्ल नवमी
रामनवमी
६ अप्रैल २०२५.
Comments