कश्मकश

कश्मकश 
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बोलूॅं तो वबाल हो,
चुप रहूॅं तो सवाल हो.
या रब मेरे तूॅं ही बता अब,
आख़िर कैसा मेरा आ'माल हो?
     ~राजीव रंजन प्रभाकर 
کشمکش 
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بولوں تو وبلا ہو
چپ رہوں تو سوال ہو
یا رب میرے تو ہی بتا اب
آخر کیسا میرا اعمال ہو؟
~ بصد احترام 
راجیو رنجن پربھاکر

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