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Showing posts from February, 2023

**Frequently Asked Questions**. (बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम,2015)

बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार  अधिनियम,२०१५.                 *प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न*       **(Frequently Asked Questions)**                             (FAQs) बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम,२०१५ एवं बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार नियमावली,२०१६ में वर्णित प्रावधानों तथा इस आलोक में सर्वजन की जानकारी हेतु सरकार द्वारा प्रकाशित मार्गदर्शिका में परिवाद दायर करने एवं उसकी सुनवाई से सम्बंधित दिशानिर्देश दिए गए हैं.   चूंकि यह अधिनियम अपेक्षाकृत नया है; अतः इसकी समुचित जानकारी हेतु इसका प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक होना वांछनीय है.            आमजन सहित सरकारी अधिकारी,लोक प्राधिकार को इस अधिनियम के सम्बन्ध में अभीष्ट जानकारी दिये जाने के उद्देश्य से उन प्रावधानों एवं दिशानिर्देशों को प्रश्नोत्तर रूप में दिया गया है.            इस व्यवस्था से लाभ उठाने में रूचि रखने वालों के लिए यह प्र...

"मैं" और मेरा "मन"

मुझे देर हो गई है. बहुत जरूरी काम से जाना है. पहले से यात्रा की कोई योजना नहीं थी. तुरंत ट्रेन पकड़ना है.किसी शुभचिंतक ने बताया अमुक ट्रेन का अभी समय हो चला है. जल्दी कीजिए. मैं तुरंत स्टेशन की ओर चल पड़ता हूं.यदि ट्रेन समय पर चल रही होगी तो शायद हीं पकड़ पाऊंगा.                "मन" है कि ट्रेन लेट चल रही हो ताकि मैं उसे पकड़ सकूं. प्लेटफार्म पर पहुंचते-पहुंचते ट्रेन खुल जाती है. ट्रेन बिल्कुल समय से चल रही थी. **************************************************** मैं जहां गया था वहां से मुझे अब वापस लौटना है. पिछले अनुभव से सबक लेकर मैं समय पर आकर ट्रेन में अपना स्थान ग्रहण कर चुका हूं.              "मन" है कि ट्रेन बिल्कुल समय से खुले.जरा भी लेट न हो. ट्रेन है कि चल हीं नहीं रही. पता चला आगे ट्रैक में कुछ खराबी आ गई है.ठीक होने में करीब एक घंटा लग सकता है तब चलेगी. ****************************************************** ****************************************************** मित्रों! दोनों स्थितियों में परिस्थितिय...

महादेव बाबू का बजट एक्सरसाइज.

महादेव बाबू का बजट एक्सरसाइज. ******************************************************* १ तारीख को महादेव बाबू के एकाउंट में वेतन आ जाता है. अब तक वह अपना वेतन एटीएम से निकाल कर पत्नी को देकर निश्चिंत हो जाते थे. सारा घर का खर्च वही चलाया करती थी. अन्नपूर्णा देवी महादेव बाबू की पत्नी हैं. अन्नपूर्णा वास्तव में देवी अन्नपूर्णा हीं हैं. पढ़ी-लिखी भी कोई मामूली नहीं थी. अपने जमाने की ग्रेजुएट थी. आमदनी कम हो या ज्यादा; घर के खर्च को मैनेज करना कोई उनसे सीखे. ******************************************************* महादेव बाबू पटना यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में एम‌ए फर्स्ट क्लास से किए हुए थे. वह भी उस समय का फर्स्ट क्लास जब थर्ड डिवीजन से पास करना भी बहुतों के लिए मुश्किल होता था. एक जमाने में कभी वे भी यूपीएससी दिया करते थे. ये बात अलग है कि असफल रहे बांकि नौलेज में कोई कमी नहीं थी. फिलहाल बिहार सरकार के एक दफ्तर में बड़ा बाबू का ओहदा सम्हाल रहे हैं. अपने डिग्री और अर्थशास्त्रीय ज्ञान का गुमान कार्यालय से लेकर घर तक गाहे-बगाहे उनसे प्रदर्शित हो हीं जाता है.  आज दफ्तर में साहब के चेम्ब...

Picking up holes in our scriptures.

Just as every "right" in our scripture can't be emulated; in the same way every "wrong"written therein can't be defended.   ********************************************** But does this position make the whole scripture worthy of being repudiated? ***********************************************         To our surprise; an honest attempt to answer this question may reveal many things that we may not be knowing hitherto about ourselves.                                                                       ~राजीव.                                                                   06.02.2023.

Man will be a man(!?)

A male student of class 12 fainted out of “nervousness” after realising that he would be taking the intermediate examination along with 50 girls in the same hall at the Brilliant School examination centre in the district of Nalanda. This news has hit the national headlines.                Incidentally, I happen to be posted in this district. Here this incident remained the talk of the day. All mentioned it in their own ways to find some enjoyment out of it. ************************************************** Having come to know about this incident,I am led back to my memory lane of the eighties of the last century when I was just a first year student of an engineering college of Bihar.              The incident that hit the headlines forced me to guess the state of being of a girl (her name is not necessary to mention) who was a single female student amongst the 300 boisterous boys of the college. The said girl s...